धर्म निरपेक्षता पर कलंकित कानून :CAA
CAA धरनिरपेक्षता मुस्लिम धर्म के अन्याय के साथ पूरी मानव सभ्यता को काले धर्म के चश्मे से देखती है वो एब ओरिजिनल भूसुर प्रकृतिवासी प्रेमी जिसका धर्म से दूर तक कोई वास्ता नहीं है ।प्रकृति से जुड़ाव ही उसका धर्म है ।जिससे सभी धर्म उपजे , पैदा हुए है। कानून में शामिल सभी धर्म उसे अपने धर्म में शामिल करने का कठोरतम अन्याय करेगें।स्वार्थी दुनिया को ना समझने वाला ये आज का आदिवासी जंगलवासी का प्रकृति धर्म इस्लाम देशों में भी अकंलकित है।इन मूलनिवासी वनवासी आदिम जनजाति आदिमानव का जीवन आज भी सभी धर्मों को सीखने का एक मार्ग प्रद्दत कर रहा है।इनके सभ्य समाजो से ही बदलते दौर के साथ सभी धर्म डले है।समयानुसार संबृद्ध सम्पन्न धर्म अपने मानक पैमानों और व्यवस्थाओं में इन्हें पिछड़ा समझ रहे है ।मॉडर्न मानव इन्हें अधर्मी कहे या नास्तिक ।ये मॉडर्न मानव की संकीर्ण सोच और धर्मस्वार्थी भावना को व्यक्त करता है । जंगलवासियों बनेंगे धर्मवासी :CAA