पीएम मोदी का 6वा संबोधन,
एक जुलाई से अनलॉक-2 की शुरुआत ,
महामारी में मोदी का 6 वा राष्ट्रीय संबोधन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वैसे तो अपने लंबे संबोधनों के लिए जाने जाते हैं लेकिन मंगलवार को दिए जाने वाला राष्ट्र के नाम संबोधन कम समय का था। 16 मिनिट का संदेश सिर्फ कोरोना के इर्द गिर्द घूमता रहा जिसमें उन्होंने अनलॉक फर्स्ट में हुई लापरवाही पर फोकस किया.और गरीब कल्याणकारी योजनाओं का विस्तार किया । हालांकि देश की जनता को पूर्वी लद्दाख में भारत चीन के बढ़ते तनाव पर पीएम मोदी से राष्ट्र संबोधन में कुछ संदेश मिलने की उम्मीद थी ।लेकिन पीएम ने अपने संबोधन में इस पर कुछ नहीं कहा. संबोधन आगामी चुनावों को देखते हुए मुफ्त घोषणाएं चुनावी दावों की तरह राजनीतिक संदेश लिए हुए है।
कोरोना संकट काल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छठवीं वार देश को संबोधित किया ।अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कोरोना महामारी से निपटने के लिए उनकी सरकार ने सही समय पर सख्त फैसले लिए .
पीएम मोदी ने कहा कि सही समय पर लिए गए लॉकडाउन निर्णयों ने भारत में लाखों लोगों का जीवन बचाया है. हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि जब से अनलॉक फर्स्ट शुरू हुआ है, तब से व्यक्तिगत और सामाजिक लापरवाही बढ़ती ही चली जा रही है.ऐसे समय में हमें और संयमता, सतर्कता, गंभीरता दिखाने की जरूरत है. धीरे धीरे लॉक डाउन समाप्त करने के लिए केंद्रीय सरकार ने 3जून से 30 जून तक अनलॉक -1 की घोषणा की थी.
उन्होंने महामारी से निपटने के लिए बने नियमों का कड़े तरीके से पालन करने के लिए देशवासियों से अपील की है,आगे उन्होंने कहा कि चाहे गांव का प्रधान हो या प्रधानमंत्री,नियमों का पालन करना सब के लिए समान है।इनसे ऊपर कोई नहीं . पीएम मोदी ने कन्टेनमेंट ज़ोन में लापरवाही बरतने वालों को रोकना, टोकना समझाने को कहा।प्रशासन से संवेदनशीलता के साथ सख्ती दिखाने को कहा.
पीएम मोदी ने कहा अभी तक 80 करोड़ लोगों को तीन महीने तक मुफ़्त राशन दिया है आने वाले समय में त्यौहारों को देखते हुए .कोई गरीब, निर्धन, ग्रामीणवासी भूखे पेट ना सोये, इसके लिए पीएम मोदी ने प्रधानमंत्री गरीब अन्नदाता योजना के तहत दी जाने वाली सुविधा को पांच महीने बढ़ाकर 2020 के नवंबर माह अंत तक लागू कर दिया है।.
श्रमिकों को रोजगार देने वाली प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना की खर्च राशि बढ़ा दी गयी है.
पीएम गरीब अन्नदाता योजना में सरकार ने पाँच महीनों के लिए ग़रीब परिवार के हर सदस्य को पाँच किलो गेंहू या पाँच किलो चावल व एक किलो चना फ्री दिया जाएगा.
मोदी ने कहा कि महामारी में देश गरीब निर्धन लोगों की जो सहायता सेवा कर पा रहा है उसका सबसे ज्यादा श्रेय मेहनतकश किसान अन्नदाता और ईमानदार टैक्स दाता इन दोनों वर्ग को जाता है. जिनके कारण सरकार ग़रीबों को मुफ़्त अनाज दे पा रही है
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