महाराज के गढ़ पर शिवराज की कृपा

भोपाल
मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान सरकार के मंत्रिमंडल का आज संपूर्ण विस्तार हो गया है. राजभवन में मध्यप्रदेश प्रभारी राज्यपाल आनंदीबेन  की मौजूदगी में 28 नए मंत्रियों ने शपथ ली.इसके साथ ही शिवराज सरकार में सीएम सहित 34 मंत्री हो चुके है .230 विधानसभा सीटों वाली मध्यप्रेदश विधानसभा की सरकार में कुल 35 मंत्री हो सकते है. इस लिहाज से अभी भी एक मंत्री पद रिक्त है। 

  एक निजी टीवी चैनल में दिए गए बयान में उमाभारती ने इस मंत्रिमंडल विस्तार पर नाराजगी जतायी है.उन्होंने असहमति जताते हुए इसे जातीय असंतुलन  बताया है.
क्या पूर्व मुख्यमंत्री का यह बयान शिवराज के विष पीने वाले बयान को सही ठहरा रहा है .शिवराज के इस बयान पर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने पलटवार करते हुए कहा था कि मंथन से निकले विष को अब डैली पीना पड़ेगा और अमृत के लिए तरसना पड़ेगा.

चौथी वार शिवराज सरकार 
20 मार्च को सरकार गिरी, 23 मार्च को शिवराज चौथी बार सीएम बने,21 अप्रैल को मिनी कैबिनेट में 5 मंत्रियों की शपथ ,और 2 जुलाई को पूर्ण मंत्रिमंडल विस्तार 

सिंधिया समर्थक 6 मंत्रियों सहित 22 विधायकों के कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद  कांग्रेस सरकार अल्पमत में आ गई. जिसके चलते 20 मार्च को कमलनाथ को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा।

  23 मार्च को शिवराज सिंह चौहान ने चौथी बार प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। इसके 28 दिन बाद 5 मंत्रियों वाली मिनी कैबिनेट ने 21 अप्रैल को शपथ ली थी।

2 जुलाई को 28  मंत्रियों की शपथ

सिंधिया गुट से 11 मंत्रियों ने ली शपथ
मध्य प्रदेश में गुरुवार को शिवराज सिंह चौहान सरकार के मंत्रिमंडल में 28 नेताओं ने शपथ ली. राजभवन में मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर आयोजित समारोह में 20 कैबिनेट मंत्रियों और आठ राज्य मंत्रियों ने शपथ ली.इन नए मंत्रियों में 11 ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक भी शामिल हैं, 


उपचुनाव का मंत्रिमंडल

सिंधिया समर्थक जिन नेताओं को मंत्रिमंडल में  शपथ दिलाई गई है उनमें से कोई भी अभी विधायक नहीं है .इन सभी विधायकों ने मार्च में अपनी विधानसभा सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था .शायद देश के लोकतंत्र इतिहास में यह पहली बार  होगा जब किसी प्रदेश के मंत्रिमंडल में इतनी बड़ी संख्या में बिना सदन सदस्यता के मंत्री पद ऑफर किये गए हो .संख्या में अधिक मिनिस्टर पद उस इलाके में  बांटे गए है जहां उपचुनाव की अधिक सीट रिक्त है .अकेले चम्बल ग्वालियर क्षेत्र की रिक्त 16 सीटों को ध्यान में रखते हुए  6 मंत्री इस गढ़ से बनाए गए है .ताकि उपचुनाव में किसी प्रकार की परेशानी का कारण ना बनना पड़े.अभी से क्षेत्रीय जनता यह मानकर चल रही है कि  बीजेपी इन्हें उपचुनाव में भी प्रत्याशी घोषित करेंगी ।


आनंद जोनवार 
मुरैना

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