खुशी का दीपक

 

 कोरोनाकाल में पूरी दुनिया बुरे दौर से गुजर रही है। करोड़ो लोग दयनीय स्थिति में जी रहे है ।संकट की इस घड़ी में मानवता का एक दीप आपको जलाना है जो चेहरों पर खुशियों की रोशनी बिखेर दे।दुखिओं की अंधकार भरी जिंदगी में सुख का एक दीया,अपने दिलों में दान कर जलाए,चलों खुशियों की दीपावली मनाए और उम्मीदों का दीपक दुखियों के दिलों में सजोए, आओ सब मिलकर जरूरतमंद में खुशियां बांटे । दीपावाली हर घर और चौखट के साथ हर चेहरे को भी रोशन करने का दिन है।आओ सब मिलकर संसार में सुख दुख बांटकर शांति की यात्रा पर चलते है।जीवन एक अवसर है जहां आपका चित ही आपका अस्तित्व है ।जिसके अंदर खुशियों की ज्योति हमेशा जलती रहे ।प्रकाशमान इस संपदा को दान करना है। आपको अंदर के इस दीप के साथ सदैव लौ और रोशनी की तरह जुड जाना है क्योंकि तुम्हारा मंदिर तुम्हारे अंदर है प्रत्येक व्यक्ति अपना मंदिर लेकर पैदा हुआ है, जिस सुख की तलाश में हम सब रहते है, ढूढंने पर वह उसी मंदिर में मिलता है, जो सब के अंदर है । हम सब को इस मंदिर में रोशनी फैलानी है

जीतने से पहले सीख लो लडाईयां 

प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने विश्वव्यापी महामारी में संकट के हर स्तर पर कोरोना से लडना सीखा है। पीएम मोदी के अनुसरण में भारत ने यह सीखा है कि विषम परिस्थितियों में अपने आपको जीतना है तो उससे पहले लडाईयां सीख लो ।पीएम ने कुछ दिन पहले जनता से दीपावली त्यौहार को मनाने के साथ साथ नियमों का पालन करने की अपील की। काल के इस दंश में अनेक लोगों ने संघर्ष किया, जीते और दुनिया के सामने एक मिशाल पेश की। पीएम मोदी ने सेवा समर्पण सहयोग से संसार को एक सोच एक नई दिशा दी । इन्हीं शुभकामनाओं के साथ आपकी दीपावली आनंदमय हो।

लेखक

आनंद जोनवार

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BHOPAL (MP)

 

 

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